आज हम सेंसर क्या होता है, सेंसर कितने प्रकार के होते है और सेंसर कैसे काम करते है इसको जानेंगे। what is sensor and sensor working, types of sensor in hindi
What is Sensor (सेन्सर क्या होता है)
सेंसर एक इलेक्ट्रिक डिवाइस होता है। मतलब sensor को इनका काम करने के लिए इलेक्ट्रिकल सप्लाई की जरूरत होती है। सेंसर की मदद से हम किसी भी वस्तु की पूरी जानकारी पता कर सकते है।
जैसे- उस वस्तु की उचाई, वजन, दुरी, टेम्परेचर और भी कई जानकारी हमे मिलती है।
Types of sensor (सेंसर के प्रकार)
- Temperature sensor (टेम्परेचर सेंसर)
- Infrared sensor (इंफ्रारेड सेंसर)
- Proximity sensor (प्रोक्सिमिटी सेंसर)
- Pressure sensor (प्रेशर सेंसर)
- Level sensor (लेवल सेंसर)
- Smoke and Gas sensor (गैस सेंसर)
- Ultrasonic sensor (अल्ट्रासोनिक सेंसर)
Temperature Sensor (टेम्परेचर सेंसर)
Temperature sensor का उपयोग किसी भी वस्तु के टेंपरेचर को मापने के लिए किया जाता है। जैसे अगर हमे किसी गिलास में रखे पानी का टेम्परेचर पता करना है, तो इस समय हम टेम्परेचर सेन्सर का उपयोग करते है।
काम करने का तरीका- इस sensor में थेरमिस्टर का भी उपयोग किया जाता है। टेम्परेचर सेंसर को एक मेटल से जोड़ दिया जाता है। टेम्प्रेचर कम ज्यादा होने पर मेटल के रेजिस्टेंस में बदलाव होता है, ओर उस रेजिस्टेंस के बदलाव की मदद से ही हमे टेम्परेचर का पता लगता है।
Infrared sensor (इंफ्रारेड सेंसर)
इस सेंसर को IR sensor भी कहा जाता है।
यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है। इन सेन्सर का उपयोग वायरलेस सिस्टम ओर रिमोट कन्ट्रोल में अधिक किया जाता है।
IR sensor के अंदर दो भाग होते है।
IR sensor कैसे काम करता है?
अगर आपने कभी IR sensor को देखा है, तो आपको इसमे 2 LED दिखेगी। इन दोनो का अलग अलग काम होता है।
इनमे से एक LED के अन्दर ट्रांसमीटर होता है जो की हवा में रेडिएशन को भेजने का काम करती है। इसके बाद में दूसरा काम एक रिसीवर डिवाइस का होता है। ट्रांसमीटर से भेजी गयी रेडिएशन रिसीवर के पास आ जाती है। अगर कोई वस्तु इन रेडिएशन के बीच में आती है, तो उस समय रेडिएशन रिसीवर तक नही पहुच पाती है। ओर इस तरह IR sensor काम करता है।
इन रेडिएशन को हम हमारी आंखों से नही देख सकते है।
Proximity sensor प्रोक्सिमिटी सेंसर
आपकी कंपनी में या फिर ओर भी कई जगह आपने यह सेंसर सबसे ज्यादा देखे होंगे।
अगर आप प्रोक्सिमिटी का हिंदी में अनुवाद करोगे। प्रोक्सिमिटी का मतलब पास होना होता है।
Proximity sensor का काम- अगर प्रोक्सिमिटी सेंसर के पास में कोई वस्तु आती है। तो यह सेन्सर उसको सेन्स कर लेता है, ओर आउटपुट सिग्नल के जरिये हमे सूचना दे देता है।
उदाहरण- हमने कई बार गोर करा है। जब कभी हम फ़ोन पर बात करते है, अगर उस समय हम मोबाइल को कान के पास ले जाते है, तो फ़ोन की लाइट बन्द हो जाती है।
यह सब प्रोक्सिमिटी सेंसर के उपयोग से ही होता है।
Proximity sensor types (प्रोक्सिमिटी के प्रकार)
- Inductive proximity
- Capacitive proximity
- Magnetic proximity
Pressure sensor (प्रेशर सेंसर)
प्रेशर सेंसर का काफी जगह उपयोग होता है। इस सेन्सर की मदद से किसी भी जगह का प्रेशर मतलब दबाव को पता चल सकता है।
उदहारण- आपने कभी किसी वाहन के टायर में हवा भराई होगी। हवा की सभी टायर में अलग अलग जरूरत होती है, उसी के अनुसार हम उसमे हवा भरते है। उस समय जो सेन्सर हमारे टायर के अंदर का प्रेशर बताने का काम करता है, वह प्रेशर सेंसर ही होता है।
Level sensor (लेवल सेंसर)
level sensor के नाम से ही इसके उपयोग का पता लगाया जा सकता है।
लेवल सेंसर का काम-
जैसे हमारे पास एक पानी की टंकी है। और अगर हमे उस टंकी को बिना देखे उसके अंदर के पानी को पता करना है की उसमे कितना पानी भरा हुआ है, तब हमे लेवल सेंसर की जरूरत पड़ती है। यह किसी भी लेवल को नापने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
आपने कभी किसी वाहन का उपयोग किया होगा, तो उसमे आपको उस वाहन की LED डिस्प्ले पर ही पता चल जाता है। की इस गाड़ी की टंकी में कितना फ्यूल बचा हुआ है। यह सब level sensor की मदद से ही होता है।
level sensor types लेवल सेंसर के प्रकार
- Point level
- Continues level
Smoke and Gas sensor (गैस सेंसर)
गैस सेंसर को MQ2 सेंसर भी कहा जाता है। यह सेंसर हमारी कई सारी गैस को सेन्स करके हमे सूचना देते है।
गैस सेंसर हाइड्रोजन, कार्बन, पेट्रोलियम, मीथेन, अल्कोहल, प्रोपेन आदि गैस को सेन्स कर लेते है।
उपयोग- अगर हम हमारे घर पर है। ओर हमको लग रहा है की हमारे किचन से गैस लीकेज हो रही है, तो उस समय हम स्मोक सेंसर(MQ2) की मदद से पता कर सकते है, की सच में गैस लीकेज है या नही।
गैस सेंसर का सबसे ज्यादा उपयोग सेफ्टी सेंसर के लिए किया जाता है।
Ultrasonic sensor (अल्ट्रासोनिक सेंसर)
इस sensor का उपयोग 2 काम में लिया जाता है।
1 किसी भी वस्तु की उपस्थिति पता करने में।
2 किसी भी वस्तु की दूरी पता करते है।
अल्ट्रासोनिक सेन्सर का मुख्य उपयोग डिस्टेन्स मतलब दूरी नापने के लिए ही किया जाता है।
इस सेन्सर के दो मुख्य भाग होते है।
1 ट्रांसपोर्टर सेक्शन
2 रिसीवर सेक्शन
कार्यविधि- ट्रांसपोर्टर सेक्शन अपने अंदर से अल्ट्रासोनिक फ्रीक्वेंसी को बाहर भेजता है। इसके बाद यह टाइम गिनने लग जाता है, की फ्रीक्वेंसी कितने समय के बाद वस्तु से टकराकर मतलब (रिफ्लेक्ट) होकर वापस रिसीवर सेक्शन में आती है।
इस तरह ultrasonic sensor किसी भी वस्तु की दूरी को पता कर पाता है।
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तो दोस्तो उम्मीद है आज आपके Sensor से जुड़े कई सवालो के जवाब मिल गए होंगे। अगर आपके अभी भी कोई सवाल इंजीनियरिंग से जुड़े है, तो आप हमे कमेन्ट करके जरूर बताये।
इंजीनियरिंग दोस्त (Engineering Dost) से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। 🙂
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