दोस्तो आपने कई बार देखा है हमारी तीन फेज सप्लाई से चलने वाली मोटर को हम दो तरीके से जोड़कर उपयोग में लेते है, तो आज हम इन दोनों में अंतर है ओर मोटर को स्टार कनेक्शन में कब चलाए और डेल्टा कनेक्शन में कब। Motor must run on star connection or delta connection
How to connect motor in star and Delta
मोटर को स्टार ओर डेल्टा कनेक्शन कैसे किया जाता है?
हम सभी को पता है कि थ्री फेज मोटर के कनेक्शन बॉक्स में 6 टर्मिनल होते है। जब हमको मोटर को स्टार में चलाना होता है।
तब हम एक साइड के तीन टर्मिनल को आपस मे शार्ट कर देते है, मतलब जोड़ देते है। और बाकी के बचे तीन पॉइंट पर हमारी इलेक्ट्रिकल सप्लाई दे देते है।
और जब हम डेल्टा कनेक्शन करते है। तो इसमें हम मोटर टर्मिनल बॉक्स के आमने सामने के दो-दो पॉइंट को आपस मे शार्ट कर देते है। जैसा कि आप ऊपर फ़ोटो में देख सकते हो और फिर इन तीनो टर्मिनल पर हम इलेक्ट्रिकल सप्लाई दे देते है। इस तरह से यह डेल्टा कनेक्शन बन जाता है।
दोस्तो मोटर को डेल्टा या फिर स्टार में जोड़ने का मुख्य कारण उस मोटर की efficiency(एफिशिएंसी) होती है।
जैसे- अगर हमारी मोटर की एफिशिएंसी कम हो रही है, तो हम उस मोटर की एफिशिएंसी को सही करने के लिए मोटर को स्टार कनेक्शन में चलाते है।
What is efficiency in Motor
(मोटर एफिशिएंसी क्या है)
Efficiency का मतलब समझना काफी आसान है। जैसे- हमारे पास कोई मोटर है। अब वह मोटर जितनी उसकी कैपेसिटी है उतना काम कर रही है या नही यह हमको उसकी एफिशिएंसी से ही पता चलता है। मतलब अगर हमारी मोटर अगर 5 HP की है, तो वह असलियत में 5 HP के जितनी ताकत दे रही है या नही।
अगर मोटर की एफिशिएंसी अच्छी है, तो इसका मतलब वह मोटर पूरी ताकत दे रही है। और अगर मोटर की एफिशिएंसी खराब मतलब कम है, तो वह उसकी पूरी ताकत नही दे रही है।
How to Calculate Motor Efficiency
मोटर एफिशिएंसी को कैसे पता करे?
दोस्तो किसी भी मोटर की एफिशिएंसी निकलना काफी ज्यादा मुश्किल काम होता है।
अगर कभी आपको किसी मोटर की एफिशिएंसी को निकालना है, तो आपको मोटर की आउटपुट पॉवर के अंदर इनपुट पावर को भाग लगा देना है।
पर अभी हम स्टार और डेल्टा कनेक्शन की बात कर रहे है। तो इसमें हमको सिर्फ इतना ध्यान रखना है की अगर हमारी मोटर पर हमने लोड कम जोड़ रखा है, तो इस कारण से मोटर एफिशिएंसी कम हो जाती है।
How to know if the motor is on load or off load
मोटर लोड पर है या ऑफ लोड कैसे पता करे?
इसके लिए हमको सिर्फ मोटर के रेटेड करंट को देखना है। यह करंट हमको मोटर की नेमप्लेट पर आसानी से मिल जाता है।
अब हमको यह पता करना है कि हमारी मोटर उसके रेटेड करंट के जितने लोड पर चल रही है या नही।
उदाहरण- जैसे हमारी मोटर पर रेटेड करंट 10 एम्पेयर लिखा हुआ है, तो अगर यह मोटर 6-7 एम्पेयर करंट ले रही है तो यह सही है। पर अगर मोटर उसके रेटेड करंट का 40% से कम करंट ले रही है तो यह मोटर हमारी नो लोड पर जुड़ी है, मतलब मोटर पर लोड कम जुड़ा हुआ है।
What to do when the motor is no load
मोटर के नो लोड होने पर क्या करे?
नो लोड की कंडीशन होने का मतलब यह है, कि हमने मोटर के ऊपर काफी कम लोड जोड़ रखा है। अगर हमारा लोड भविष्य में भी यही रहने वाला है। तब तो हम इस मोटर को बदलना सही समझगे और इस जगह कम पावर की मोटर को लगायेंगे।
परन्तु अगर कुछ दिनों के बाद मोटर पर लोड वापस बढ़ सकता है, तो इस समय हम मोटर को कुछ दिनों तक स्टार में जोड़ कर चलाएंगे।
हमको सिर्फ इतना याद रखना है- कि हमारी मोटर अगर डेल्टा कनेक्शन में उसके रेटेड करंट का 40% करंट या इससे कम करंट ले रही है। तो इस मोटर को हमको स्टार कनेक्शन में जोड़ देना है, ताकि हमारी मोटर की एफिशिएंसी बढ़ सके।
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तो दोस्तो उम्मीद है, आज आपके Motor must run on Star connection or Delta से जुड़े कई सवालो के जवाब मिल गए होंगे। अगर आपके अभी भी कोई सवाल इंजीनियरिंग से जुड़े है, तो आप हमे कमेन्ट करके जरूर बताये।
इंजीनियरिंग दोस्त (Engineering Dost) से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। 🙂
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Sir aap ne star connection ke bare me to bta diya…..But delta me kab chalani hai usko explain nhi kiya….